एक्ने की समस्या से निपटने के लिए आजमायें आयुर्वेद
युवावस्था में हार्मोंस में बदलाव के कारण होती है एक्ने की समस्या। सिबेशस ग्रंथि की अति सक्रियता और हार्मोन के कारण होते हैं एक्ने। गाय के ताजे दूध में चिरौंजी को पीसकर इसका लेप चेहरे पर लगायें। चमेली के तेल को सुहागा में मिलाकर रात को सोने से पहले लगायें। अगर चेहरे पर मुंहासों के जैसे बहुत सारे दाने , हो जाएं और बहुत दिनों तक ठीक न हों तो जरा सावधान हो जाइए। यह एक्ने हो सकते हैं। एक्ने को आयुर्वेदिक उपचार से ठीक किया जा सकता है। दरअसल त्वचा के नीचे स्थित सिबेशस ग्लैंड्स से त्वचा को नम रखने के लिए एक तेल निकलता है। ये ग्रंथियां चेहरे , पीठ , छाती और कंधों पर सबसे ज्यादा होते हैं। अगर ये ज्यादा सक्रिय हो जाएं तो रोमछिद्र चिपचिपे होकर बंद हो जाते हैं और उनमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं जो आगे चलकर एक्ने का कारण बनते हैं। सिबेशस ग्लैंड्स की अति सक्रियता की प्रमुख वजह एंड्रोजन हार्मोन की अधिकता होती है। एंड्रोजन पुरुष सेक्स हार्मोन है और यह लड़के और लड़कियों दोनों में ही होता है। किशोरावस्था में इसका प्रभाव ज्यादा होता है। आइए हम ...