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Showing posts from May, 2015

एक्‍ने की समस्‍या से निपटने के लिए आजमायें आयुर्वेद

  युवावस्था में हार्मोंस में बदलाव के कारण होती है एक्‍ने की समस्‍या।     सिबेशस ग्रंथि की अति सक्रियता और हार्मोन के कारण होते हैं एक्‍ने।     गाय के ताजे दूध में चिरौंजी को पीसकर इसका लेप चेहरे पर लगायें।     चमेली के तेल को सुहागा में मिलाकर रात को सोने से पहले लगायें। अगर चेहरे पर मुंहासों के जैसे बहुत सारे दाने , हो जाएं और बहुत दिनों तक ठीक न हों तो जरा सावधान हो जाइए। यह एक्ने हो सकते हैं। एक्ने को आयुर्वेदिक उपचार से ठीक किया जा सकता है। दरअसल त्वचा के नीचे स्थित सिबेशस ग्लैंड्स से त्वचा को नम रखने के लिए एक तेल निकलता है। ये ग्रंथियां चेहरे , पीठ , छाती और कंधों पर सबसे ज्यादा होते हैं। अगर ये ज्यादा सक्रिय हो जाएं तो रोमछिद्र चिपचिपे होकर बंद हो जाते हैं और उनमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं जो आगे चलकर एक्ने का कारण बनते हैं। सिबेशस ग्लैंड्स की अति सक्रियता की प्रमुख वजह एंड्रोजन हार्मोन की अधिकता होती है। एंड्रोजन पुरुष सेक्स हार्मोन है और यह लड़के और लड़कियों दोनों में ही होता है। किशोरावस्था में इसका प्रभाव ज्यादा होता है। आइए हम ...

Papaya for the pimple prone

Papaya is an essential ingredient in a lot of beauty products on the market today, but theres no need to go out of your way to gain its benefits? Plain raw papaya is an all-natural acne remedy that removes dead skin cells and excess lipids from the surface of the skin, leaving it soft and smooth. Lipids are a general term for fats, of which oil is a form of. Papaya also contains an enzyme called papain, which reduces inflammation and helps prevent  the pus from forming. You will need… -1 fresh papaya Directions Rinse your face with water and pat dry. Mash up the flesh of the papaya well, until it is of a consistency that can be easily applied to your skin. Leave it on for 15--20 minutes, and then rinse off completely with warm water. If your skin has a tendency to get dry after you cleanse it, use a moisturizer appropriate for your skin type afterwards. Ayurvedic Products List: Best Liver dysfunction treatment and Jaundice treatment Female cordial syrup/complete women ton...

Few Tips for Daily use products

1) सेब की चमक देखकर ज्यादा खुश मत होइए। ज्यादातर यह.चमक सेब पर वैक्स पॉलिश की वजह से दिखती है। इसकी जांच.के लिए बस एक ब्लेड लीजिए और सेब को हल्के-हल्के खुरचिए। अगर कुछ सफेद पदार्थ निकले , तो आपको बधाई क्योंकि आप मोम खाने से बच गए! 2) अगली बार चाय बनाने से पहले चायपत्ती को जरूर जांचें। चायपत्ती ठंडे पानी में डालने पर रंग छोड़े तो साफ है कि उसमें.मिलावट है या वह एक.बार यूज हो चुकी है। 3) मटर के दाने खरीदें हैं , तो उसमें से एक हिस्से को पानी में डालकर हिलाएं और 30 मिनट तक छोड़ दें। अगर पानी रंगीन हो जाता है तो नमूने में मेलाकाइट हरे की मिलावट है। ऐसी मिलावटी चीजें खाने से पेट से संबंधित गंभीर बीमारियां ( अल्सर , ट्यूमर आदि) होने का खतरा रहता है। 4) खाने में पिसी हल्दी का रोजाना इस्तेमाल होता है। हल्दी में मेटानिल येलो की मौजूदगी से कैंसर हो सकता है। इसका टेस्ट भी हल्दी पाउडर में पांच बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड और पांच बूंद पानी डालकर कर सकते हैं। अगर सैंपल बैंगनी हो जाए , तो हल्दी मिलावटी है। 5) अगर आप पिसी हल्दी में मिलावट से बचने के लिए साबूत हल्दी को लाकर खुद पिसवाते हैं ...

तंबाकू खाने की आदत छुड़ाने में निम्न नुस्खे अपनाए जा सकते हैं

बारीक सौंफ के साथ मिश्री के दाने मिलाकर धीरे-धीरे चूसें , नरम हो जाने पर चबाकर खा जाएं। अजवाइन साफ कर नींबू के रस व काले नमक में दो दिन तक भींगने दें। इसे छांव में सुखाकर रख लें। इसे मुंह में रखकर चूसते रहें। छोटी हरड़ को नींबू के रस व सेंधा नमक (पहाड़ी नमक) के घोल में दो दिन तक फूलने दें। इसे निकाल छांव में सुखाकर शीशी में भर लें और इसे चूसते रहें। नरम हो जाने पर चबाकर खा लें। तंबाकू सूंघने की आदत छोड़ने के लिए गर्मी के मौसम में केवड़ा , गुलाब , खस आदि के इत्र का फोहा कान में लगाएं। सर्दी के मौसम में तंबाकू खाने की इच्छा होने पर हिना की खुशबू का फोहा सूंघें। खाने की आदत को धीरे-धीरे छोड़ें। एकदम बंद न करें , क्योंकि रक्त में निकोटिन के स्तर को क्रमशः ही कम किया जाना चाहिए। Ayurvedic Products List: Best Liver dysfunction treatment and Jaundice treatment Female cordial syrup/complete women tonic/uterine tonic Treatment of Impotence and erectile dysfunction ayurvedic sexual oil and capsule Treatment of Backpain/joint pain/arthritis/knee pain Best alkaliser syrup/treatment of sto...

8 आदतों से सुधारें अपना घर :

१) 👉:: अगर आपको कहीं पर भी थूकने की आदत है तो यह निश्चित है कि आपको यश, सम्मान अगर मुश्किल से मिल भी जाता है तो कभी टिकेगा ही नहीं . wash basin में ही यह काम कर आया करें ! २) 👉:: जिन लोगों को अपनी जूठी थाली या बर्तन वहीं उसी जगह पर छोड़ने की आदत होती है उनको सफलता कभी भी स्थायी रूप से नहीं मिलती.! बहुत मेहनत करनी पड़ती है और ऐसे लोग अच्छा नाम नहीं कमा पाते.! अगर आप अपने जूठे बर्तनों को उठाकर उनकी सही जगह पर रख आते हैं तो चन्द्रमा और शनि का आप सम्मान करते हैं ! ३) 👉:: जब भी हमारे घर पर कोई भी बाहर से आये, चाहे मेहमान हो या कोई काम करने वाला, उसे स्वच्छ पानी जरुर पिलाएं ! ऐसा करने से हम राहू का सम्मान करते हैं.! जो लोग बाहर से आने वाले लोगों को स्वच्छ पानी हमेशा पिलाते हैं उनके घर में कभी भी राहू का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता.! ४) 👉:: घर के पौधे आपके अपने परिवार के सदस्यों जैसे ही होते हैं, उन्हें भी प्यार और थोड़ी देखभाल की जरुरत होती है.! जिस घर में सुबह-शाम पौधों को पानी दिया जाता है तो हम बुध, सूर्य और चन्द्रमा का सम्मान करते हुए परेशानियों से डटकर लड़ पाते हैं.! जो...

ARTHRITIS : Introduction

Arthritis is a type of disease, which occurs in the bones. This type of disease is increasing now-a-days. Its bad effects affect on the joints due to eating improper diet, daily rooting, pressure and depression because of that the patient suffer from many types of arthritis. Role of diet is very useful in the treatment of this disease. Therefore, we should take such meal that provides liquid elements, minerals and micro-protein activating all joints. Protein should not be taken in enough quantity because excessive quantity of nitrogen gets gathered in the body by it and causes fatigue in the muscles and urea and uric quantity also increase in the blood. Red cells become sticky in the blood too due to excessive protein because of which swelling occurs in the joints and E.S.R. also increases in the blood. If anyone knows about arthritis, treatment of the disease should be started soon because the fear of this disease is as excessive that patient keeps on considering handy-cap to ...

Ayurvedic Ways to Treat a Sunburn:

Sandalwood and Turmeric Mix equal amounts of powdered sandalwood and turmeric with a little cool water and apply the paste to the sunburn. Black Tea Apply cold, strong, black tea directly to sunburn with soaked cotton pads several times a day, recommends Monica Bharadwaj, author of Beauty Secrets from India. Aloe Vera Gel or Coconut Oil Rub your skin with aloe vera gel or coconut oil. Both of these classic ayurvedic remedies are as cooling as they are rejuvenating. Honey and Lemon Mask: This homemade ayurvedic face pack includes anti-oxidant and moisturizing properties, which helps you achieve clean and light skin. Take 1 tablespoon of organic honey and add 3-5 drops of fresh lemon juice and then apply on the face. Make sure to cover all areas of the face excluding the eye area. Rinse it off with clear water after 10-15 minutes. This pack will help you achieve soft, glowing skin in no time. Ayurvedic Products List: Best Liver dysfunction treatment and Jaundi...

Protein powders and Other Food supplements can damage your Liver

Dietary supplements use are increasing day by day but whether it’s safe to use dietary and herbal supplements without doctor or dietician’s consult. Like medicines dietary substances are have to pass out through liver. Realize that every chemical ingested into the body has to eventually be dealt with by the liver.  One of the main functions of the liver is to detoxify or metabolize harmful substances in the blood.  This includes drugs and any other medicinal chemicals such as herbal and dietary supplements.  Oftentimes, the metabolism of such chemicals produces by-products that are harmful to the liver cells.   Although the liver cells can regenerate, chronic toxic exposure can lead to permanent damage and liver failure.  Alcohol is the classic example of a chemical that can cause liver damage (cirrhosis) when consumed in excess. Protein powders, soya products, multivitamins & multi minerals, calcium preparations, iron tonics, baby health suppleme...

Few Natural ways to get relief from Back Ache

Back Ache is major problem worldwide and increasing. All age group persons are suffering from back ache. Allopathy has number of drugs and treatments for back pain but not a single is effective in curing back ache. Medicine only can provide temporary relief with number of side effects. Going with nature is easiest way to get relief from back ache. Here we are discussing few body techniques that can provide relief from back-ache:   Yoga: Yoga is perfect Way to get relief from back ache. Yoga has different posture for different type of problems. By choosing best posture for you, you can easily find relieving in pain. Body Stretching: Stretching is just as effective as yoga in treating back pain. The 52-minute stretching classes consisted of 15 exercises that stretched all major muscle groups, but emphasized the trunk and legs. Ayurvedic Massage Massage provides strength to nerves and releases hormone that reduces pain. Chronic low back pain sufferers who got massage rep...

लम्बाई बढ़ाने के प्राकृतिक तरीके

लम्बाई जीन्स पर निर्भर करती है, लेकिन कुछ ऐसे प्राकृतिक तरीके भी हैं जिनको अपनाकर आप अपनी लम्बाई बढ़ा सकते हैं। 1 लम्बाई कैसे बढ़ाएं स्त्री हो या पुरुष, अच्छी हाइट दोनो की सुंदरता और व्यक्तित्व में निखार लाती है। क्योंकि लम्बाई जीन्स पर निर्भर करती है, इसलिए कुछ लोग सोचते हैं कि लम्बाई बढ़ा पाना मुमकिन नहीं होता। लेकिन आपको यह जानकर खुशी होगी कि कुछ ऐसे प्रकृतिक तरीके हैं जिनको अपनाकर आप अपनी लम्बाई बढ़ा सकते हैं। 2 योग ताड़ासन कर शरीर की लम्बाई बड़ाई जा सकती है। छोटे बच्चे और टीनेजर ताड़आसन का नियमित अभ्यास कर अपनी लम्बाई 6 फुट तक भी बढ़ा सकते हैं| ताड़ासन करने के लिए दोनों हाथ ऊपर करके सीधे खड़े हो जायें, फिर गहरी सांस लें, धीरे-धीरे हाथों को ऊपर उठाते जायें और साथ-साथ पैर की एडियां भी उठती रहें। पूरी एड़ी उठाने के बाद शरीर को पूरी तरह से तान दें और फिर गहरी सांस लें। ताड़ासन करने से स्नायु सक्रिय होकर विस्तृत होते हैं। इसी लिए यह कद बढ़ाने में सहायक होता है। 3 स्वस्थ और पोषक आहार पौष्टिक भोजन में मजूद विटामिन, प्रोटीन, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम और फास्फोरस लम...

करेले से विभिन्न रोगों का उपचार (Treatment of various diseases)

पक्षाघात (लकवा, फालिस): लकवा से पीड़ित रोगी को करेले की सब्जी बनाकर खिलाना फायदेमंद होता है। पाचनशक्ति: करेले की सब्जी या रस पीने से पेट की गैस दूर होती है और पाचनशक्ति मजबूत होती है। हैजा (विसूचिका): करेले की जड़ का काढ़ा लगभग 1 ग्राम के चौथाई भाग की मात्रा में बनाकर तिल के तेल के साथ विसूचिका के रोगी को पिलाने से रोग शांत होता है। करेले के चौथाई कप रस, पानी व स्वादा के अनुसार नमक मिलाकर हैजा से ग्रस्त रोगी को बार-बार पिलाएं। इससे हैजा रोग में लाभ मिलता है और उल्टी, दस्त बंद होता है। करेले का रस निकालकर तेल में मिलाकर पीने से हैजा रोग ठीक होता है। गुर्दे या मूत्राशय की पथरी: गुर्दे या मूत्राशय की पथरी से पीड़ित रोगी को 2 करेले का रस प्रतिदिन पीना चाहिए और इसकी सब्जी खाना चाहिए। इससे पथरी गलकर पेशाब के साथ बाहर निकल जाती है। करेले के 20 ग्राम रस में शहद मिलाकर कुछ दिनों तक पीने से पथरी गल जाती है और पेशाब के रास्ते निकल जाती है। प्लीहा का बढ़ना (तिल्ली): 1 कप पानी में 25 ग्राम करेले का रस मिलाकर प्रतिदिन पीने से प्लीहा का बढ़ना कम होता है। गठिया: गठिया रोग से पीड़ित रोगी क...